Kinnaur Landslide : हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बुधवार को पहाड़ से चट्टानों के गिरने से बड़ा हादसा हुआ है। पहाड़ से मलबा गिरने की वजह से नीचे से जा रही बस और कारें दब गई हैं। करीब 50-60 लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। किन्नौर जिले के समीप नेशनल हाइवे पर यह हादसा हुआ है।

जानकारी के मुताबिक, मलबे में दबी बस के ड्राइवर का फोन उस वक्त काम कर रहा था और उससे फोन के जरिए संपर्क किया जा रहा था। मलबे में दबे लोग उसके जरिए मदद मांग रहे थे।
किन्नौर से कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने बताया कि मेरे चुनाव क्षेत्र किन्नौर में निगुलसारी नामक स्थान है उससे करीब 2 किलोमीटर पीछे रामपुर की तरफ भूस्खलन के कारण अभी एक बस दबी हुई है। कुछ छोटी गाड़ियों और एक ट्रक के भी दबे होने की आशंका है। बस का ड्राइवर निकल गया है। वह अभी सदमे में है, इसलिए स्पष्ट नहीं बता पा रहा है कि अंदर कितने लोग हैं। अभी तक रेस्क्यू करना संभव नहीं है। एक छोटी गाड़ी के ड्राइवर को बचा लिया गया है। ITBP मौके पर पहुंच गई है, लेकिन अभी तक चट्टानों का खिसकना बंद नहीं हुआ है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज किन्नौर जिले में रिकांग पिओ-शिमला राजमार्ग पर भूस्खलन के मद्देनजर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से बात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। गृह मंत्री ने फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए और स्थिति का जायज़ा लेने के लिए ITBP के महानिदेशक से भी बात की।

सेना और एनडीआरएफ को बुलाया गया
हादसा बुधवार दोपहर करीब 12 बजे हुआ है। घटना के दौरान बस का ड्राइवर बाहर कूद गया था। उसका कहना है कि बस में करीब दो दर्जन से अधिक यात्री हैं। बस के पीछे आ रहा एक ट्रक और कुछ अन्य वाहन भी चट्टानों की चपेट में आए गए। राहत आर बचाव कार्य के लिए सेना और एनडीआरएफ को बुलाया जा रहा है, ताकि अलर्ट मोड पर और तेज गति से बचाव कार्य को आगे बढ़ाया जा सके।
किन्नौर में बड़ा भू-स्खलन; दो बसें, एक कार और एक टिप्पर दबे, कई यात्री भी मलबे की चपेट में