Important History of Modern Shimla | आधुनिक शिमला का इतिहास

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शिमला 1880 से 1900 ई. की घटनाएँ

लॉर्ड रिपन ने 1882 ई. में रिपन अस्पताल की नींव रखी जिसे 1885 ई. में लॉर्ड डफरिन ने जनता को समर्पित किया। ए. ओ. ह्यूम 1883 ई. में शिमला के रॉथनी कैसल में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना का विचार रखा। 1887 ई. में महारानी विक्टोरिया के जयंती वर्ष पर गेयटी थियेटर खोला गया जिसमें ‘टाइम विल टैल’ प्रथम नाटक का मंचन हुआ।

 

1880 ई. में शिमला में ‘चार्ल्सटन’ घर खोला गया। लॉर्ड डफरिन के समय ऑब्जरवेटरी पर 1888 ई. को वाइसरीगल भवन तैयार हुआ। सर डूरण्ड मोरटीमोर ने 1888 ई. में अन्नाडेल मैदान पर डूरण्ड कप शुरू करवाया जिसे बाद में शिमला से कलकत्ता ले जाया गया।

 

सर्वप्रथम 1891 ई. में कालका-शिमला रेलवे लाइन माल ढुलाई के लिए खोली गईइस रेल लाइन के मुख्य इंजीनियर एच.एस. हैरिंगटन थे। भालखू राम ने छड़ी द्वारा इस रेल लाइन का सर्वे किया था। इस रेल लाइन पर पहली ट्रेन 1903 ई. में चली जिसे लॉर्ड कर्जन ने झण्डी दिखाई।

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