सारांश
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में मिले कोरोना के वैरिएंट को बेहद चिंतित करने वाला बताया
- कई राज्यों में संक्रमण की रफ़्तार घटी, दिल्ली और महाराष्ट्र में एक दिन में नए मामलों में कमी
- भारत के ज़्यादातर हिस्सों में वैक्सीन की कमी से टीकाकरण की रफ़्तार काफ़ी कम
- अमेरिका में 13 मई से 12 से 15 साल के बच्चों को लगेगी फ़ाइज़र की वैक्सीन
- तिरुपति में सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 11 कोविड मरीज़ों की मौत
केंद्र सरकार ने कहा है कि देश में कोरोना के मामलों और मौतों के कम होने का शुरुआती ट्रेंड नज़र आ रहा है.
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर मंगलवार को सरकार द्वारा की गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि देश में 13 राज्य ऐसे हैं जहां सक्रिय मामलों की संख्या एक लाख से अधिक है.
6 राज्यों में सक्रिय मामलों की संख्या 50 हज़ार से 1 लाख के बीच है.17 राज्य ऐसे हैं जहां सक्रिय मामले 50 हज़ार से कम हैं. 26 राज्यों में पॉज़िटिविटी रेट 15 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है.
सरकार के मुताबिक देश में अभी भी 16 राज्यों में कोविड के नए मामलों में बढ़ता हुआ ट्रेंड दिख रहा है. इनमें पश्चिम बंगाल, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और पंजाब शामिल हैं.
वहीं महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़ समेत 18 राज्यों में मामले पीक पर पहुंचते दिख रहे हैं या हर दिन आने वाले नए मामलों में गिरावट देखी जा रही है.