वंशावलियाँ Genealogies
हिमाचल प्रदेश के इतिहास को जानने में वंशावलियों ने अपनी अहम छाप छोड़ी है। राजाओं द्वारा ये वंशावलियाँ विद्वानों से बनवाई जाती थीं। ये वंशावलियाँ पहाड़ी राजपरिवारों में बहुत संख्या में प्राप्त हुई हैं।

Source of Himachal History – शिलालेख और ताम्रपत्र
इन वंशावलियों की तरफ सर्वप्रथम विलियम मूरक्राफ्ट ने काम किया और काँगड़ा के राजाओं की वंशावलियाँ खोजने में सहायता की। बाद में कनिंघम ने काँगड़ा, नूरपुर, चम्बा, मण्डी, सुकेत आदि राजघरानों की वंशावलियाँ खोजीं।

Important History of Himachal Pradesh | travelogue
कैप्टन हारकोर्ट ने कुल्लू की वंशावली प्राप्त की थी । इनमें से प्राप्त कुछ वंशावलियाँ कोरी कल्पना लगती हैं, तो कुछ बिल्कुल सही मालूम होती हैं। 1300 ईसवी के उपरान्त की वंशावली को हरमन गोटयज ने सही माना है। मूलतः 1500 ईसवी के पश्चात् की वंशावलियाँ ही सही लगती हैं।

