US Space Agency NASA: अमरीकी स्पेस एजेंसी नासा का रोवर मंगल ग्रह की सतह पर उतर चुका है और अब वह अपने काम पर लग गया है। मंगल पर उतरने के बाद की नासा ने रोवर की तस्वीरे भेजी हैं, जिन्हें नासा ने अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया है। पहली बार ऐसा नजारा कैमरे में कैद हुआ है।

नासा ने मौके की कई तस्वीरे साझा की हैं कुछ में उपग्रह से एक व्यू दिख रहा है, जिसमें रोवर नीचे उतरने के पैराशूट फेज में है। फोटो हाई-रेज्यूलेशन वीडियो से लिया गया है, जिसे स्पेसक्राफ्ट में से बनाया गया था, वहीं स्पेसक्राफ्ट जो रोवर को लेकर अंतरिक्ष में ले गया है।
इसे बड़ी तकनीकी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि उपग्रह-मार्स रिकौनसंस ऑर्बिटर-उस वक्त पर्सिवियरेंस से करीब 700 किलोमीटर दूर था और तीन किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से ट्रैवल कर रहा था।

पर्सिवियरेंस के इंजीनियर एडम स्टेल्ट्जनर जिन्होंने सतह से सिर्फ दो मीटर की दूरी से ये शॉट लिया, उन्होंने कहा कि आप रोवर के इंजनों से उड़ने वाली धूल को देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि नीचे की तरफ रोबोट को देखने वाला व्यू अंतरिक्ष की खोज के इतिहास की अहम तस्वीर बन जाएगा।
मिशन से जुड़ी रंगीन तस्वीर भी सामने आई है, जहां मंगल की सतह दिखाई दे रही है। पर्सिवियरेंस में 23 कैमरे और 2 माइक्रोफोन लगे हैं। एक अन्य रंगीन तस्वीर में रोवर के छह पहिए दिख रहे हैं और कई छत्ते वाली चट्टाने दिख रही हैं ,जो 3.6 अरब साल से ज्यादा पुरानी हैं।

नासा के डिप्टी प्रोजेक्ट साइंटिस्ट केटी स्टैक मॉर्गन ने कहा कि एक सवाल जो हम जरूर पूछेंगे वे ये है कि तस्वीर में दिख रही ये चट्टानें ज्वालामुखी मूल की हैं या अवसादी मूल की।
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